Monday 21 May 2012

The contribution of youth in India(भारत निर्माण में युवाओ का योगदान )

जो काम विदेशी लोग किया करते थे आज हमारे नव युवक युवतिया करने लगे है| लड़के लड़की के चक्कर में और लडकियां लडको के चक्कर में घनचक्कर हो रही हैं| टीवी में ऐसे कई विज्ञापन जैसे की "मैं अगर गोरी हो जायू तो उसकी नज़र ज़रूर पड़ेगी" या फिर किसी विज्ञापन में लड़का परफ्यूम की बोतल में नहा के घर से निकला और लड़किया बर्रैया की तरह मंडराने लगी|


अमेरिका के राष्ट्रपति ओबामा ने कहा है की भारत और चीन के बच्चे पढाई लिखाई पर ध्यान देते हैं जबकि उनके यहाँ के बच्चे लड़का लड़की नैन मटक्का में व्यस्त रहते हैं| अमेरिकी राष्ट्रपति ने माना है की अमेरिका की प्रगति में हिन्दुस्तानियों का सबसे जयादा योगदान है|
लेकिन आजकल जो नई पीड़ी है क्या वो हिंदुस्तान की प्रगति में योगदान देगी या फिर नैन मटक्का मैं ही व्यस्त रहेगी| दरअसल बात समझने की हैं और देश के निर्माण में युवायो का योगदान बहुत ज़रूरी है| अब तक जो भी प्रगति भारत ने की हैं उस को आगे तक बरकरार रखने की ज़िम्मेदारी हम लोगो की ही है|

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