Monday 21 May 2012

The contribution of youth in India(भारत निर्माण में युवाओ का योगदान )

जो काम विदेशी लोग किया करते थे आज हमारे नव युवक युवतिया करने लगे है| लड़के लड़की के चक्कर में और लडकियां लडको के चक्कर में घनचक्कर हो रही हैं| टीवी में ऐसे कई विज्ञापन जैसे की "मैं अगर गोरी हो जायू तो उसकी नज़र ज़रूर पड़ेगी" या फिर किसी विज्ञापन में लड़का परफ्यूम की बोतल में नहा के घर से निकला और लड़किया बर्रैया की तरह मंडराने लगी|


अमेरिका के राष्ट्रपति ओबामा ने कहा है की भारत और चीन के बच्चे पढाई लिखाई पर ध्यान देते हैं जबकि उनके यहाँ के बच्चे लड़का लड़की नैन मटक्का में व्यस्त रहते हैं| अमेरिकी राष्ट्रपति ने माना है की अमेरिका की प्रगति में हिन्दुस्तानियों का सबसे जयादा योगदान है|
लेकिन आजकल जो नई पीड़ी है क्या वो हिंदुस्तान की प्रगति में योगदान देगी या फिर नैन मटक्का मैं ही व्यस्त रहेगी| दरअसल बात समझने की हैं और देश के निर्माण में युवायो का योगदान बहुत ज़रूरी है| अब तक जो भी प्रगति भारत ने की हैं उस को आगे तक बरकरार रखने की ज़िम्मेदारी हम लोगो की ही है|

कृपया नोट को गन्दा न करें

अक्सर मैंने देखा है की लोग नोट पर पेन या पेंसिल से साइन कर के देते हैं जो एक बहुत गलत बात है। दरअसल नकली या जाली नोट नोट के डर से लोग, बड़े नोट 500 या 1000 पर अपना नाम या हस्ताक्षर अंकित कर देते हैं और भारतीय मुद्रा को बहुत नुक्सान होता है और वह नोट परिचालन में अस्वीकार हो जाता है। अत: नकली या जाली नोट होने का भय हो तो उसका सीरियल नंबर अपने पास सेव कर के लेन-देन करें ये एक अच्छा विकल्प है क्यूकी एक नोट पर सिर्फ एक ही सीरियल नंबर होता है। 

जागरूकता बहुत ज़रूरी है और लोगो को जागरूक करने हेतु इस पोस्ट को रीड या लाईक ही नहीं शेयर भी करें।

Sunday 20 May 2012

Save your computer from viruses ( अपने कंप्यूटर को वाइरस से कैसे बचाएँ )

कंप्यूटर में आए दिन छोटी मोटी समस्या होती ही रहती हैं| इन सभी समस्यायों में सबसे मुख्य है कंप्यूटर वाईरस| हर किसी के कंप्यूटर में वाईरस है| हर कोई वाईरस से परेशान है| हर आएदिन कंप्यूटर में कुछ ना कुछ होता ही रहता है, और समझ में आता नहीं सो अलग है| क्यों ऐसा ही है ना?? अगर ऐसा ही है तो आपका कंप्यूटर वाईरस की गिरफ्त में है| वाईरस से बचने का सिर्फ एक मात्र तरीका यही है की इसे ठीक से भली-भांति समझ लिया जाए|
      

वाईरस होता क्या है?

वाईरस एक प्रकार का लोजिकल प्रोग्राम है जो की सॉफ्टवेर इंजिनियर के द्वारा किसी ख़ास खाम केलिए बनाया जाता है| जैसे जीव वाईरस मानव शरीर में प्रॉब्लम करता है, ठीक वैसे ही कंप्यूटर का वाईरस कंप्यूटर में नुकसान करता है| अगर मैं यहाँ वाईरस की प्रोग्रम्मिंग बताने बैठ गया तो यह लेखबहुत ही बड़ा और पका देने बाला हो जायेगाअतजो लोग प्रोग्रामिंग के विषय में जानना चाहते हैं वहअलग से मुझ से पूछ सकते हैंबस अभी यहाँ इतना समझ लीजिये की वाईरस एक ऐसा प्रोग्राम है जोसिर्फ आपके कंप्यूटर को ख़राब करने के लिए ही बनाया गया है|


   वाईरस नुकसान कैसे पहुंचता है?


जैसे की मैंने आपको पहले ही बताया की वाईरस लोगिकल प्रोग्राम होता है अत: यह आपके विरुद्ध आपके पीसी में बदलाव करने लगता है| वाईरस के द्वारा किये गए वदलाव हमारे लिए नुकसान भरे होते हैं| जैसे की फाईल्स का बिना पूछे डिलीट मार देना, न्यू-न्यू फाईल्स खुद बना देना, सॉफ्टवेर को कर्रप्ट कर के ख़राब कर देना, विंडो की रजिस्ट्री, हिस्टरी, कैश आदि खा जाना| ड्राईव में पड़े डाटा को नुकसान पहुचना आदि|

वाईरस से कैसे बचे?

वाईरस से सिर्फ और सिर्फ ज्ञान से ही बचा जा सकता है| यदि आपको ज्ञान हो गया तो आप कभी भी वाईरस के चक्कर में फस के उल्लू नहीं बन सकते| ही ही ही...
1 ) वाईरस से बचने के लिए अपने कंप्यूटर में बढ़िया सा एंटी वाईरस लोड किया जाना चाहिए| अब अब सोच रहे होंगे की बढ़िया वाला एंटी वाईरस प्रोग्राम कोनसा है? देखो भाई मार्केट में तमाम बढ़िया-बढ़िया एंटी वाईरस है कोई सा भी लोड कर लो यार| कुछ लोग 1000 -1500 वाला एंटी वाईरस प्रोग्राम लोड करता है तो कोई फ्री का ही काम चलाता है| वैसे Avast एंटी वाईरस फ्री और नॉन-फ्री दोनों की मस्त हैं|

2 ) एंटी वाईरस चाहे पैसे से खरीदा जाए या फ्री का लोड किया जाए, यदि पहले से ही कंप्यूटर में वाईरस है तो फिर कुछ भी फायदा नहीं है, अत: फ्रेश विंडो में सबसे पहले ही एंटी वाईरस लोड कर देना सबसे अच्छा विकल्प है| एक बार कंप्यूटर में वाईरस लग जाता है तो उसकी हालत एड्स के मरीज़ जैसी हो जाती है जिस पर सब एंटी डोस बेअसर साबित होते हैं|


3 ) सबसे ज्यादा वाईरस पेन ड्राईव की वजह से फैलता है| आजकल पेन ड्राईव का चलन भी खूब होने लगा है और बेबकूफ से बेबकूफ भी पेन ड्राईव का प्रयोग कर रहा है| यू एस बी ड्राईव, पेन ड्राईव या मेमोरी कार्ड आदि का प्रयोग बहुत सावधानी पूर्वक करना चाहिए|




4 ) यू एस बी ड्राईव, पेन ड्राईव या मेमोरी कार्ड आदि को माय कंप्यूटर में राईट क्लिक करने पर open, Explore, Search, Autoplay आदि आप्शन दिखाई देते हैं, भूल कर भी इन आप्शन को क्लिक ना करे, आपके में वाईरस फ़ैल जाने के चांसेस 95 % है क्यूकी ज्यादातर वाईरस बनाने वाले इन्ही आप्शन का प्रयोग करते हैं| इस तरह की प्रोग्रामिंग को शैल प्रोग्रामिंग कहा जाता है|

5 ) यू एस बी ड्राईव, पेन ड्राईव या मेमोरी कार्ड आदि का प्रयोग कर रहे हैं तो माय कंप्यूटर के एड्रेस बार से ही ड्राईव को एक्सेस करने की कोशिश करें| ये सबसे सुरक्षित व भरोसेमंद तरीका होता है|

6 ) अपने एंटी वाईरस प्रोग्राम को हमेशा अप टू डेट रखना चाहिए| इसके लिए एंटी वाईरस प्रोग्राम बनाने वाले संगठन टाइम टू टाइम अपडेट अपनी वेबसाइट पर रिलीज़ करते रहते हैं| यदि कंप्यूटर में लाइव इन्टरनेट कनेक्शन है तो एंटी वाईरस खुद अपने आप को अपडेट कर लेगा और आपको कुछ भी नहीं करने की ज़रूरत|

7 ) जिन कंप्यूटर में लाइव इन्टरनेट कनेक्शन नहीं है वो लोग साइबर कैफे या अन्य इन्टरनेट सौर्स के माध्यम से एंटी वाईरस की अपडेट डाउनलोड कर अपने कंप्यूटर में लोड कर सकते हैं| 7 से हर 15 दिन के बीच अपना एंटी वाईरस अपडेट करते रहना ज़रूरी है|

8 ) बहुत से लोग एंटी वाईरस के एक्टिवेशन और अपडेट में कन्फ्यूज़ हो जाते हैं|
एक्टिवेशन का अर्थ एंटी वाईरस की काम करने की अवधी जो की 30 दिन, 6 माह या एक साल जो भी हो सकती है| इस अवधी के बाद एंटी वाईरस एक्सपायर हो जाता है और काम करना बंद कर देता है| रीन्यू करने के लिए फिर से पेमेंट देना होता है| फ्री वालो को भी एक्टिवेट करना पड़ता है|
अपडेट का अर्थ एंटीवाईरस का वाईरस डाटाबेस अपडेट रखना है| जब तक आपके एंटी वाईरस को पता ही नहीं होगा की कोनसा प्रोग्राम है और कोनसा वाईरस प्रोग्राम तब तक वो उल्लू की तरह ही आपके कंप्यूटर में पड़ा रहेगा ना| अपडेट से इसका वाईरस पकड़ने का दायरा बढता ही है|

9 ) पाईरेटेड सॉफ्टवेर कंप्यूटर में सबसे जयादा नुकसान बेसिक यूसर को पहुंचाते हैं, एडवांस यूसर के लिए तो ये फ्री का माल होते हैं| पाईरेटेड प्रोग्राम अक्सर वाईरस से युक्त होते हैं| जहाँ तक हो सके पाईरेटेड विंडो और पाईरेटेड सॉफ्टवेर प्रोग्राम आदि इंस्टाल ना करें|

10 ) हफ्ते महीने भर में अपने कंप्यूटर को फुल सिस्टम इस्कैन करते रहे ताकि कोई वाईरस नज़र से बचने ना पाए| फुल सिस्टम स्कैन का टाइम ऐसा चुने जिसमे आपको कंप्यूटर प्रयोग में नहीं लेना है, जैसे की रात का टाइम या फिर आपका फ्री

जहाँ तक हो अपना ज्ञान बढायें और कंप्यूटर वाईरस से होने वाले नुकसान से खुद को बचाएं| वाईरस फ्री रहें, टेंशन फ्री रहें!!

10 Steps to a Fast Computer




Often it is very fast at the beginning of the new computer worksbut as the passage of time is to slow | Some of Riformet again and again to the window changed | I have something to Students format, all answer when asked why he did the same,"Sir, it was slow enough to put the format |"

जयादातर लोगो का मानना है की फॉर्मेट करने से कंप्यूटर की हार्ड डिस्क पर एर्रोर्स आ जाते हैं| फॉर्मेट करना कोई गलत बात नहीं है| आप जितनी चाहो बार फॉर्मेट कर सकते हैं| इस से आपकी हार्ड डिस्क या रेम पर कोई भी बुरा असर नहीं पड़ता | but now the question arises "what the computer again and again the same format should be?" Not! I will not | do you needTo format the brother |
Format is an art | Errors often by novice people wasting their time and valuable dataare put | here I am telling you some tips | Maybe next time there is no need to formatthe system . 

1.At least just to be loaded into the computer software must work | Altu - redundant disk and memory of the computer software Kham - eating is over.2.सॉफ्टवेर लोड करते वक़्त बहुत सावधानी पूर्वक नेक्स्ट - नेक्स्ट करते जाए| अक्सर ऐसा होता है की किसी अच्छे सॉफ्टवेर के साथ बेकार के टूल भी लोड हो जाते हैं, जिनकी आपको कतई ज़रूरत नहीं होती| उदाहरण के लिए आप अपना इन्टरनेट एक्स्प्लोरर या मोज़िला फायरफोक्स देख take| the fence has the toolbar, then this article is definitely for you.3.टाइम टू टाइम बेकार के सॉफ्टवेर को अनिस्टाल करना बहुत अच्छा रहता है| इस से कंप्यूटर की स्पीड और परफोर्मेंस में इजाफा होता है| इसके लिए आप कंट्रोल पेनेल में जाकर या फिर Reevo Unistaller सॉफ्टवेर का प्रयोग कर कंप्यूटर से डिलीट मार सकते हैं| Reevo Unistaller Direct download http://www.revouninstaller.com/start_freeware_download.html to visit ,(4). with time - there is an old computer with the latest software from gentlenessgentleness memory are beginning to demand | The 1 GB Ram is enough to averageor 2GB Ram | Computer systems should be the same as required | for Previous post my newhile taking care of you 10 things tow computer  See  (5) यदि कंप्यूटर में वाइरस आ जाये तो फिर कंप्यूटर फिर तो कंप्यूटर की बैंड बज ही जाती है| बेहतर यही है की कंप्यूटर में वाईरस लगने ही ना दिया जाए| इसके लिए आप कोई भी अच्छा सा एंटी वाईरस अपने सिस्टम में इंस्टाल कर के रखें| "अपने सिस्टम को वाईरस से कैसे बचाए?" जल्द ही इस टोपिक पर लिखूंगा|(6) कंप्यूटर में प्रतिदिन हजारों फाइल बनती व नष्ट होती हैं, वैसे तो कंप्यूटर खुद व खुद बेकार की फाइल को डिलीट कर देता है मगर कुछ रह जाती हैं जो कंप्यूटर स्लो कर स्लो कर देती हैं| अत: कचरा फाईलो को साफ़ सफाई कर के कंप्यूटर को फास्ट किया जा सकता है| इसके लिए कंप्यूटर की डिस्क क्लीन-अप यूटीलिटी एक्सेसरी से प्रयोग कर हर महीने साफ़ सफाई करते रहें|(7) कंप्यूटर में अपने आप या फिर कोई सॉफ्टवेर लोड करने के बाद सिस्टम चेक पॉइंट जिसे सिस्टम रीस्टोर के नाम से भी जाना जाता है अपने आप बनते जाते हैं| सिस्टम रीस्टोर पॉइंट सिस्टम के ख़राब होने की दशा में बहुत कारगर हते हैं| मगर बेकार और पुराने रीस्टोर पॉइंट साफ़ करना ठीक है| इसके लिए आप इसके लिए कंप्यूटर की डिस्क क्लीन-अप यूटीलिटी में देखें|याद रखें एक रीस्टोर पॉइंट ज़रूरी है जो ज़रूरत पड़ने पर वाकई में काम आए
(8) मैंने देखा है की कुछ लोग कंप्यूटर में गलती से 1 से ज्यादा एंटी वाईरस लोड कर लिया करते हैं| एंटी वाईरस एक ही है जो ठीक से काम करे| 1 से अधिक एंटी वाईरस कंप्यूटर में लोड बढ़ाते हैं और सिस्टम क्रेश भी कर सकते हैं|

(9 ) कंप्यूटर में फाइल फोल्डर जल्दी जल्दी बनाने और डिलीट करने की वजह से हार्ड डिस्क पर व्हाईट स्पेस बन जाता है जिसे डिस्क फ्राग्मेंट भी कहते हैं| 3 -6 माह के बाद डिस्क डी फ्राग्मेंट करना ज़रूरी होता है| इसके लिए माय कंप्यूटर पर राईट क्लिक कर मेनेज या फिर कण्ट्रोल पेनेल के एडमिनिस्ट्रेटिव टूल्स में से कंप्यूटर मेनेज़मेंट को सेलेक्ट कर डिस्क डी फ्राग्मेंट आप्शन को चुनें| डिस्क डी फ्राग्मेंट करने से कंप्यूटर हार्ड डिस्क का स्पेस अर्रेंज़ आर्डर में रहेगा और स्पीड भी बढेगी|

(10 ) कुछ प्रोग्राम्स कंप्यूटर स्टार्ट करने के साथ ही सेल्फ स्टार्ट हो जाते हैं और कंप्यूटर स्टार्ट होने में ही काफी देर लेता है, लिहाज़ा सिर्फ ऐसे ही प्रोग्राम्स को लोड किया जाना चाहिए जिनकी वाकई ज़रूरत हो| ALT +CTRL +DELETE तीनो कीज़ एक साथ दवाने पर टास्क मैनेज़र आए तो उसमे देखें की कितने प्रोग्राम्स आपके द्वारा चलाये गए और कितने कंप्यूटर के साथ स्वत: ही स्टार्ट हो गए हैं|

ऊपर लिखी बातों के बाद भी आपके कंप्यूटर की स्पीड नहीं बड़ी है तो आप मुझे यहाँ कमेन्ट दे सकते हैं| आपकी समस्या का निवारण किया जायेगा|
thank youabhitab parmar 


अक्सर मैंने देखा है की जब कोई नया कंप्यूटर लेने मार्केट में जाता है तो बहुत उलझन में पड़ जाता है की क्या लें क्या न लें| बेसिक यूसर अक्सर दुकानदार की बातो में आकर वही ले लेते हैं, जो वह बताता है| कंप्यूटर चाहे वो डेस्कटॉप हो या लैपटॉप यदि समझदारी से ख़रीदा जाए तो अपने रूपये पैसे का अच्छा उपयोग किया जा सकता है|




           नया कंप्यूटर लेते वक़्त ध्यान रखने योग्य बातें|

(1) मार्केट में 10 हज़ार से लेकर लाखो रूपये तक के कंप्यूटर आते है अत: ज़रूरत के हिसाब से ही चुनाव करना बेहतर होता है| मसलन यदि कोई यूसर बेसिक प्रोग्राम्स जैसे की डोकुमेंट, इन्टरनेट, ईमेल आदि का प्रयोग करे तो उसके लिए इंटेल का एटम प्रोसेस्सर युक्त लैपटॉप या डेस्कटॉप बेहतर है|

(2) हाई एंड पर्फोर्मस जैसे की 3 डी वर्क, गेमिंग, विडियो एडिटिंग सोफ्टवेयर आदि के लिए इंटेल के सेकंड जनेरेशन कोर प्रोसेसर 3 या 5 बेस्ट हैं|

(3) स्माल सर्वर्स या अन्य शेयरिंग वर्क्स के लिए इंटेल के सेकंड जनेरेशन कोर प्रोसेसर 7 बेस्ट हैं|

(4) इंटेल के अन्य प्रोसेस्सर युक्त कंप्यूटर जैसे की इंटेल डुअल कोर या कोर 2 डुओ भी बहुत अच्छे और सस्ते होते हैं|

(5) कोई भी कंप्यूटर इसके मदर बोर्ड से ही बेस्ट बनता है ना की उसके प्रोसेस्सर या रेम से| घटिया मदर बोर्ड में यदि अच्छी क्वालिटी का प्रोसेस्सर और रेम मिला भी दिया जाए तो घटिया ही पर्फोर्मांस देगा|
                   
(6) मदर बोर्ड में एक स्पेशल मेमोरी होती है जो 3 डी ग्राफिक्स आदि के काम आती है| इंटेल के सभी मदर बोर्ड में यह मेमोरी 128 से 256 MB तक आ रही हैं| 256 MB युक्त मेमोरी बेस्ट है| हालांकि कुछ मदर बोर्ड में 3 डी ग्राफिक्स कार्ड जैसे की nVidea या ATI आदि युक्त भी आते हैं परन्तु उनका उपयोग हाई एंड पर्फोर्मस जैसे की 3 डी वर्क, गेमिंग, विडियो एडिटिंग सोफ्टवेयर आदि के द्वारा ही हो पता है| बेसिक यूसर के लिए यह व्यर्थ ही साबित होते हैं|

(7) एक बार ले रहे हैं अच्छा ही ले लें!!
कंप्यूटर चाहे वह लैपटॉप हो या डेस्कटॉप इसकी अधिकतम आयु 3 वर्ष ही है, 3 वर्ष बाद या तो ये ख़राब हो जाया करते हैं या फिर ओल्ड मॉडल बन कर घर के एक कोने में पड़ जाता हैं| इस सोच को बदलकर आगे बड़े क्यूकी आज का दौर सूचना क्रांति का दौर है और इसमें बहुत जल्दी जल्दी बदलाव आते हैं| नया कल पुराना हो जाता है| अत: कंप्यूटर अपनी ज़रूरत के हिसाब से ही लें|

(8) दुकानदार हमेशा उसी चीज़ को जयादा जोर देता है जिस पर मार्जिन (कमीशन) उसे अच्छा मिले| अत: दुकानदार की बातो में ना आए वो अपने फायदे के लिए घटिया क्वालिटी के प्रोडक्ट आपको बेच सकता है| जयादा जानकारी ना हो तो किसी समझदार को साथ में लेकर ही जाएँ|

(9) अक्सर दुकानदार चाइना प्रोडक्ट बता कर ग्राहक को गुमराह करने की कोशिश करते हैं, तो यह बात ध्यान रखने योग्य है की कोई भी प्रोडक्ट इंडिया में नहीं बनता| चाहे ब्रांडेड या लोकल सभी मेड इन चाइना होते हैं| अत: इन सभी चाइना प्रोडक्ट में से हमे बेस्ट प्रोडक्ट चुनने पर ध्यान देना चाहिए|

(10) कंप्यूटर लेने से पहले कंप्यूटर की मूलभूत जानकारी ले लेनी चाहिए जैसे की प्रोसेस्सर, रेम, हार्ड डिस्क, मदर बोर्ड, डिस्प्ले आदि आदि| लेटेस्ट और ओल्ड टेक्नोलोजी में हमेशा कम्पेयर कर के ही अपने लिए बेस्ट पी सी का चुनाव करना बेहरत होता है |                                  

Thursday 17 May 2012

सॉफ्टवेयर उपयोगकर्ता के वैश्विक सर्वेक्षण


बीएसए वैश्विक सॉफ्टवेयर चोरी अध्ययन के एक प्रमुख घटक सॉफ्टवेयरउपयोगकर्ताओं की एक वैश्विक सर्वेक्षणउच्च माना अनुसंधान फर्म Ipsosसार्वजनिक मामलों के नेतृत्व में हैसर्वेक्षण में 14,700 व्यापार औरउपभोक्ता पीसी उपयोगकर्ताओंऑनलाइन या में व्यक्ति के बीच आयोजित किया गया33 बाजारों है कि भौगोलिकस्तर आईटी के परिष्कारऔरभौगोलिक और सांस्कृतिक विविधता की विश्व स्तर पर प्रतिनिधि नमूनाबनाने में.

सर्वेक्षण में भाग मेंप्रयोग किया जाता हैप्रत्येक देश के लिए सॉफ्टवेयर लोड "निर्धारित है किसॉफ्टवेयर पीसी प्रति स्थापित वाणिज्यिकखुले स्रोत औरmixedsource कार्यक्रमों सहित कार्यक्रमों की संख्या की एक तस्वीर.उत्तरदाताओं कैसे कई सॉफ्टवेयर संकुल के लिए कहा जाता हैऔर किस प्रकार पिछले वर्ष मेंअपने पीसी पर स्थापित किया गयाक्या प्रतिशत नए या उन्नयन थे, चाहे वे ​​या नहीं में कंप्यूटर के साथ आया था, और कि क्या वेएक नए कंप्यूटर या एक पर स्थापित किया गया 2011 से पहले हासिल कर ली है.

इसके अलावा, सर्वेक्षण करने के लिए महत्वपूर्ण सामाजिक नजरिए औरबौद्धिक संपदासॉफ्टवेयर चोरीऔर अन्य उभरती हुई प्रौद्योगिकी के मुद्दों से संबंधित व्यवहार का आकलन किया जाता है. इस अंतर्दृष्टि ताजा परिप्रेक्ष्यप्रदान करता है हर साल दुनिया भर में गतिशीलता अंतर्निहित सॉफ्टवेयर चोरीपर.

अध्ययन करने के लिए सुधार के अलावा इस साल देश के कवरेज वर्ष वर्ष परसर्वेक्षण बढ़ाने के लिए एक घूर्णी रणनीति का विकास हैआगे जा रहे हैं11 देशों सालाना सर्वेक्षण किया जाएगाऔर 42 देशों में कम से कम हर दो से तीन साल में एक बार सर्वेक्षण किया जाएगाशेष एक तदर्थ आधारआम तौर पर एक वर्ष पर सर्वेक्षण किया जाएगा. मामले के रूप में किया गया हैकिसी भी वर्ष में कुल सर्वेक्षण जनसंख्या पीसी के लगभग 90 प्रतिशत के लिए खाते में जाएगा

Wednesday 16 May 2012


If several machines are the circuit switching network between them in the point - to - point connection much more
  Become. Follows the number of direct connections to six computers can
                          
                                      No. of direct connectionN(N-1)/2


So one computer in the network connection point to point in the circuit switchingnetwork for 45 different lines (medium) need. The more computers using theswitching circuit is reduced. The trouble message switching
And packet

Tuesday 15 May 2012


Cloud computing (Cloud Computing) cloud computing or the Internet - based process and computer application is used. Cloud computing is an example of Google Apps, which provides business application online using the web browser and can be reached.Servers on the Internet information (applications, web pages, programs and so on) are stored for forever and the user's desktop, notebook, gaming console, etc., are stored temporarily as needed.will get through. Moreover, sequences such as Google through the gears like you got lots of facilities to claim offline.


                          Cloud computing exhibits the following key characteristics:

1. Agility
 improves with users' ability to re-provision technological infrastructure resources.
Application programming interface (API)
 accessibility to software that enables machines to interact with cloud software in the same way the user interface facilitates interaction between humans and computers. Cloud computing systems typically use REST-based APIs.
2. Cost
 is claimed to be reduced and in a public cloud delivery model capital expenditure is converted to operational expenditure. This is purported to lower barriers to entry, as infrastructure is typically provided by a third-party and does not need to be purchased for one-time or infrequent intensive computing tasks. Pricing on a utility computing basis is fine-grained with usage-based options and fewer IT skills are required for implementation (in-house).[ The e-FISCAL project's state of the art repository contains several articles looking into cost aspects in more detail, most of them concluding that costs savings depend on the type of activities supported and the type of infrastructure available in-house.
3.Device and location independence
Device and location independence  enable users to access systems using a web browser regardless of their location or what device they are using (e.g., PC, mobile phone). As infrastructure is off-site (typically provided by a third-party) and accessed via the Internet, users can connect from anywhere.
4.Virtualization 
Virtualization technology allows servers and storage devices to be shared and utilization be increased. Applications can be easily migrated from one physical server to another.
5.Multitenancy
Multitenancy enables sharing of resources and costs across a large pool of users thus allowing for:
Centralization
Centralization of infrastructure in locations with lower costs (such as real estate, electricity, etc.)
Peak-load capacity increases
Peak-load capacity increases (users need not engineer for highest possible load-levels)
Utilisation and efficiency
Utilisation and efficiency improvements for systems that are often only 10–20% utilised.
6.Reliability
Reliability is improved if multiple redundant sites are used, which makes well-designed cloud computing suitable for business continuity and disaster recovery.
lability and Elasticity
lability and Elasticity via dynamic ("on-demand") provisioning of resources on a fine-grained, self-service basis near real-time, without users having to engineer for peak loads.
7. Performance
Performance is monitored, and consistent and loosely coupled architectures are constructed using web services as the system interface.
8.Security
Security could improve due to centralization of data, increased security-focused resources, etc., but concerns can persist about loss of control over certain sensitive data, and the lack of security for stored kernels. Security is often as good as or better than other traditional systems, in part because providers are able to devote resources to solving security issues that many customers cannot afford. However, the complexity of security is greatly increased when data is distributed over a wider area or greater number of devices and in multi-tenant systems that are being shared by unrelated users. In addition, user access to security audit logs may be difficult or impossible. Private cloud installations are in part motivated by users' desire to retain control over the infrastructure and avoid losing control of information security.
 9. Maintenance
Maintenance of cloud computing applications is easier, because they do not need to be installed on each user's computer and can be accessed from different places.