Sunday 20 May 2012

Save your computer from viruses ( अपने कंप्यूटर को वाइरस से कैसे बचाएँ )

कंप्यूटर में आए दिन छोटी मोटी समस्या होती ही रहती हैं| इन सभी समस्यायों में सबसे मुख्य है कंप्यूटर वाईरस| हर किसी के कंप्यूटर में वाईरस है| हर कोई वाईरस से परेशान है| हर आएदिन कंप्यूटर में कुछ ना कुछ होता ही रहता है, और समझ में आता नहीं सो अलग है| क्यों ऐसा ही है ना?? अगर ऐसा ही है तो आपका कंप्यूटर वाईरस की गिरफ्त में है| वाईरस से बचने का सिर्फ एक मात्र तरीका यही है की इसे ठीक से भली-भांति समझ लिया जाए|
      

वाईरस होता क्या है?

वाईरस एक प्रकार का लोजिकल प्रोग्राम है जो की सॉफ्टवेर इंजिनियर के द्वारा किसी ख़ास खाम केलिए बनाया जाता है| जैसे जीव वाईरस मानव शरीर में प्रॉब्लम करता है, ठीक वैसे ही कंप्यूटर का वाईरस कंप्यूटर में नुकसान करता है| अगर मैं यहाँ वाईरस की प्रोग्रम्मिंग बताने बैठ गया तो यह लेखबहुत ही बड़ा और पका देने बाला हो जायेगाअतजो लोग प्रोग्रामिंग के विषय में जानना चाहते हैं वहअलग से मुझ से पूछ सकते हैंबस अभी यहाँ इतना समझ लीजिये की वाईरस एक ऐसा प्रोग्राम है जोसिर्फ आपके कंप्यूटर को ख़राब करने के लिए ही बनाया गया है|


   वाईरस नुकसान कैसे पहुंचता है?


जैसे की मैंने आपको पहले ही बताया की वाईरस लोगिकल प्रोग्राम होता है अत: यह आपके विरुद्ध आपके पीसी में बदलाव करने लगता है| वाईरस के द्वारा किये गए वदलाव हमारे लिए नुकसान भरे होते हैं| जैसे की फाईल्स का बिना पूछे डिलीट मार देना, न्यू-न्यू फाईल्स खुद बना देना, सॉफ्टवेर को कर्रप्ट कर के ख़राब कर देना, विंडो की रजिस्ट्री, हिस्टरी, कैश आदि खा जाना| ड्राईव में पड़े डाटा को नुकसान पहुचना आदि|

वाईरस से कैसे बचे?

वाईरस से सिर्फ और सिर्फ ज्ञान से ही बचा जा सकता है| यदि आपको ज्ञान हो गया तो आप कभी भी वाईरस के चक्कर में फस के उल्लू नहीं बन सकते| ही ही ही...
1 ) वाईरस से बचने के लिए अपने कंप्यूटर में बढ़िया सा एंटी वाईरस लोड किया जाना चाहिए| अब अब सोच रहे होंगे की बढ़िया वाला एंटी वाईरस प्रोग्राम कोनसा है? देखो भाई मार्केट में तमाम बढ़िया-बढ़िया एंटी वाईरस है कोई सा भी लोड कर लो यार| कुछ लोग 1000 -1500 वाला एंटी वाईरस प्रोग्राम लोड करता है तो कोई फ्री का ही काम चलाता है| वैसे Avast एंटी वाईरस फ्री और नॉन-फ्री दोनों की मस्त हैं|

2 ) एंटी वाईरस चाहे पैसे से खरीदा जाए या फ्री का लोड किया जाए, यदि पहले से ही कंप्यूटर में वाईरस है तो फिर कुछ भी फायदा नहीं है, अत: फ्रेश विंडो में सबसे पहले ही एंटी वाईरस लोड कर देना सबसे अच्छा विकल्प है| एक बार कंप्यूटर में वाईरस लग जाता है तो उसकी हालत एड्स के मरीज़ जैसी हो जाती है जिस पर सब एंटी डोस बेअसर साबित होते हैं|


3 ) सबसे ज्यादा वाईरस पेन ड्राईव की वजह से फैलता है| आजकल पेन ड्राईव का चलन भी खूब होने लगा है और बेबकूफ से बेबकूफ भी पेन ड्राईव का प्रयोग कर रहा है| यू एस बी ड्राईव, पेन ड्राईव या मेमोरी कार्ड आदि का प्रयोग बहुत सावधानी पूर्वक करना चाहिए|




4 ) यू एस बी ड्राईव, पेन ड्राईव या मेमोरी कार्ड आदि को माय कंप्यूटर में राईट क्लिक करने पर open, Explore, Search, Autoplay आदि आप्शन दिखाई देते हैं, भूल कर भी इन आप्शन को क्लिक ना करे, आपके में वाईरस फ़ैल जाने के चांसेस 95 % है क्यूकी ज्यादातर वाईरस बनाने वाले इन्ही आप्शन का प्रयोग करते हैं| इस तरह की प्रोग्रामिंग को शैल प्रोग्रामिंग कहा जाता है|

5 ) यू एस बी ड्राईव, पेन ड्राईव या मेमोरी कार्ड आदि का प्रयोग कर रहे हैं तो माय कंप्यूटर के एड्रेस बार से ही ड्राईव को एक्सेस करने की कोशिश करें| ये सबसे सुरक्षित व भरोसेमंद तरीका होता है|

6 ) अपने एंटी वाईरस प्रोग्राम को हमेशा अप टू डेट रखना चाहिए| इसके लिए एंटी वाईरस प्रोग्राम बनाने वाले संगठन टाइम टू टाइम अपडेट अपनी वेबसाइट पर रिलीज़ करते रहते हैं| यदि कंप्यूटर में लाइव इन्टरनेट कनेक्शन है तो एंटी वाईरस खुद अपने आप को अपडेट कर लेगा और आपको कुछ भी नहीं करने की ज़रूरत|

7 ) जिन कंप्यूटर में लाइव इन्टरनेट कनेक्शन नहीं है वो लोग साइबर कैफे या अन्य इन्टरनेट सौर्स के माध्यम से एंटी वाईरस की अपडेट डाउनलोड कर अपने कंप्यूटर में लोड कर सकते हैं| 7 से हर 15 दिन के बीच अपना एंटी वाईरस अपडेट करते रहना ज़रूरी है|

8 ) बहुत से लोग एंटी वाईरस के एक्टिवेशन और अपडेट में कन्फ्यूज़ हो जाते हैं|
एक्टिवेशन का अर्थ एंटी वाईरस की काम करने की अवधी जो की 30 दिन, 6 माह या एक साल जो भी हो सकती है| इस अवधी के बाद एंटी वाईरस एक्सपायर हो जाता है और काम करना बंद कर देता है| रीन्यू करने के लिए फिर से पेमेंट देना होता है| फ्री वालो को भी एक्टिवेट करना पड़ता है|
अपडेट का अर्थ एंटीवाईरस का वाईरस डाटाबेस अपडेट रखना है| जब तक आपके एंटी वाईरस को पता ही नहीं होगा की कोनसा प्रोग्राम है और कोनसा वाईरस प्रोग्राम तब तक वो उल्लू की तरह ही आपके कंप्यूटर में पड़ा रहेगा ना| अपडेट से इसका वाईरस पकड़ने का दायरा बढता ही है|

9 ) पाईरेटेड सॉफ्टवेर कंप्यूटर में सबसे जयादा नुकसान बेसिक यूसर को पहुंचाते हैं, एडवांस यूसर के लिए तो ये फ्री का माल होते हैं| पाईरेटेड प्रोग्राम अक्सर वाईरस से युक्त होते हैं| जहाँ तक हो सके पाईरेटेड विंडो और पाईरेटेड सॉफ्टवेर प्रोग्राम आदि इंस्टाल ना करें|

10 ) हफ्ते महीने भर में अपने कंप्यूटर को फुल सिस्टम इस्कैन करते रहे ताकि कोई वाईरस नज़र से बचने ना पाए| फुल सिस्टम स्कैन का टाइम ऐसा चुने जिसमे आपको कंप्यूटर प्रयोग में नहीं लेना है, जैसे की रात का टाइम या फिर आपका फ्री

जहाँ तक हो अपना ज्ञान बढायें और कंप्यूटर वाईरस से होने वाले नुकसान से खुद को बचाएं| वाईरस फ्री रहें, टेंशन फ्री रहें!!

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